सुर्यकुमार यादव ने पगह्लाम के शिकारों के लिए जीत का समर्पण किया
भारत के कप्तान सुर्यकुमार यादव ने 15 सितंबर 2025 को दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर पाकिस्तान के खिलाफ 7 विकेट से जीत के बाद पगह्लाम आतंकवादी हमले के शिकारों और भारतीय सेना को समर्पित करते हुए एक भावपूर्ण बयान दिया।
पहला भाग – पगह्लाम के शिकारों के प्रति संवेदना
खेल के मैदान पर विराट और थामने वाले दर्शक भारत के चैंपियनशिप पदार्पण करते हुए संघर्ष के बीच यह श्रद्धांजलि देते हैं। “हम पगह्लाम के शिकारों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं। यह जीत हम सभी भारतीय सेना और पुलिस के बलिदान के प्रतीक के रूप में समर्पित करते हैं,” यदने आज अपने टीम के साथियों और सक्षम अधिकारियों के सामने कहा।
पगह्लाम के आतंकवादी हमले में 45 लोगों के निधन के बाद से भारत सरकार और जनता ने भारी प्रचंडता व्यक्त की है। राज्य सरकार द्वारा यह दृढ़ संकल्प दिया गया कि “बचाव और सहायता की कार्यवाही तत्काल प्रभावी होगी।” सुर्यकुमार यादव पगह्लाम समर्पण यह कथन दर्शाता है कि खेल के क्षेत्र में भी नयी ताज़गी और दिल से जुड़ाव हो रहा है।
दूसरा भाग – एशिया कप 2025 का सारांश
एशिया कप 2025 के इस दौर में भारत ने पाकिस्तान को 128 रन की चुनौती देकर 15.5 ओवर में 131/3 के साथ जीत दर्ज की। यदने ने 47 अविनाशी रन 37 गेंदों में बनाये, जिससे भारत ने Group A का टॉप स्थान हासिल किया। सुर्यकुमार यांनी पगह्लाम समर्पण की घोषणा के साथ ही यह जीत सैनिकों और नागरिकों के बीच एकजुटता की भावना को रेखांकित करती है।
- पाकिस्तान का फोरम: 127 रन, 9/20 ओवर में; करीबी गेम में फाज़ा बेग के 40 और शहीन अफ़रीदी के 33 रन।
- भारत का पोपस: 131/3, 15.5 ओवर, यदने 47, अबिसेक शर्मा 31, तिलक वर्मा 31।
- स्पिन पोशन; कुख़िद यादव 3/18, अक्षर पेटेल 2/18 ने पाकिस्तान के मध्य आयु की टीम को कृष्णा के समकक्ष बनाया।
तीसरा भाग – खिलाड़ी के व्यक्तिगत योगदान और भावनाएँ
एशिया कप की मशहूर “राजनीति-क्रिकेट” के बीच भी, सुर्यकुमार ने कंपोज़र की बिलकुल अलग शैली दिखाते हुए मैन ऑफ़ द मैच के रूप में अपने आप को साक्षात्कारित किया। उन्होंने बताया कि “भारत द्वारा विश्व शांति और सुरक्षा के लिए किये गये प्रयासों को देखते हुए, मैं अपनी भूमिका को केवल खेल के भीतर नहीं बल्कि समाज में भी महसूस करता हूँ। ”
दूसरी ओर, भारतीय टीम के कप्तान के अलावा, शिका-शूरवीर अंतरराष्ट्रीय मुकाबला में जासप्रीत बुमराह और हार्दिक पांडे की प्रमुख भूमिका भी रही। बुमराह ने 3/2 गेंद के साथ पाकिस्तान के पहले शतक को खस्ता कर दिया, जबकि पांडे के 2/1 ने पागिया के गहने से चार रन पर पकड़ पकड़ ली।
चौथा भाग – पगह्लाम शहीदों के प्रति राष्ट्रीय समर्थन
धन्य भारत की पगह्लाम की शहीदों के संग बहनों ने यह खुला संवाद किया कि “राजनीति के अलावा, हम लोगों और सेना को राष्ट्रीय जीत की पुष्टि करते हुए सराहना करते हैं।” “सुर्यकुमार यादव पगह्लाम समर्पण” ने देशवासियों को संभालने के लिए बहुत आग्रह किया।
राष्ट्रपति राहुल शर्मा ने भी इस नियामक कथन को मान्यता दी, “यह एक लोगतिपूर्ण और मानवाभिमुख कार्यक्रम है। राष्ट्रीय वफादारी के पक्ष में इस अनुकूल उल्लास को आगे बढ़ाते हुए, यह दुनिया के सामने हमारी भारतिया कद्र बढ़ाता है।”
पांचवां भाग – अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए सुझाव
हालांकि यह लेख एक समाचार स्रोत के रूप में लिखा गया है, परंतु विश्वभरी छात्र एवं प्रवासी छात्रों के लिए यह भी ज़रूरी है कि वह अपनी शिक्षा और खेल का संतुलन बना कर रखें। एशिया कप के दौरान भारतीय टीम ने दिखाया कि मान्यताओं और कड़ी मेहनत के साथ आप न केवल खेल में बल्कि समाज में भी प्रतिष्ठित स्थिति बना सकते हैं।
- कक्षा में समय से बने रखें और खेल कार्यक्रम में भी समय दें।
- सुर्यकुमार यादव की तरह, किसी भी गहरे मुद्दे पर बल देने से समाज में आपकी भूमिका बढ़ती है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय में सांस्कृतिक बहुलता जाँचने के लिये क्रिकेट का उपयोग करें।
इस प्रकार, एशिया कप के बाद, भारत के कप्तान सुर्यकुमार यादव ने पगह्लाम के शिकारों और सेना के प्रति अपना समर्थन व्यक्त कर दिखाया, जो नयी मीडिया के लिए बृहत् आश्चर्यजनक मूल्यमान देता है।
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