पहलगाम में आतंकी हमला, देश स्तब्ध
जम्मू-काश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। गर्मियों की छुट्टियां बिताने आए निर्दोष लोगों को निशाना बनाया गया। गवाहों के मुताबिक, आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियां चलाईं। इस हमले में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।
राज ठाकरे का तीखा बयान
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने इस हमले पर गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘केंद्र सरकार को इन आतंकियों का ऐसा हिसाब करना चाहिए कि उनकी अगली 10 पीढ़ियों को याद करके भी डर लगे।’ ठाकरे ने इजरायल का उदाहरण देते हुए कहा कि सख्त कार्रवाई से ही आतंक पर लगाम लगेगी।
क्या हुआ था हमले में?
- पहलगाम के एक पर्यटन स्थल पर हमला हुआ
- आतंकियों ने धर्म देखकर निशाना साधा
- 30 से ज्यादा लोगों की मौत, कई घायल
- घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
धर्म के आधार पर हमला?
एक चश्मदीद महिला ने बताया कि हमलावरों ने गोलियां चलाने से पहले लोगों से उनका धर्म पूछा। यह बात सुनकर पूरे देश में आक्रोश है। राज ठाकरे ने कहा कि अगर हिंदुओं पर कोई हाथ उठाएगा तो सभी हिंदू एकजुट होकर जवाब देंगे।
370 हटने के बाद पहला बड़ा हमला
कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद यह पहला बड़ा आतंकी हमला है। पर्यटकों का आना बढ़ रहा था, लेकिन इस घटना से सब पर असर पड़ेगा। राज ठाकरे ने सवाल उठाया कि अब कौन कश्मीर में जमीन खरीदेगा या व्यापार करेगा?
क्या होगा आगे?
केंद्र सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। सुरक्षा बलों ने आतंकियों को ढूंढने का अभियान शुरू कर दिया है। राज ठाकरे ने कहा कि सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और उनकी पार्टी सरकार के साथ खड़ी रहेगी।
देशभर में प्रतिक्रियाएं
- सभी राजनीतिक दलों ने हमले की निंदा की
- पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया
- राहत और बचाव कार्य जारी
- देशभर में सुरक्षा बढ़ाई गई

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश है। उनका कहना है कि सरकार को नरमी नहीं दिखानी चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही एकमात्र रास्ता है।
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